बाद मैं बैंकों ने 20,000 करोड़ का कैश इश्यू जारी किया और खबर फैल गई कि बैंकों के पास पैसे नहीं हैं. जिससे शेयर प्राइस गिर गया और बैंक दिवालिया घोषित हो गए
दिवालिया हुए बैंकों की लिस्ट में सिर्फ एक बैंक नहीं, बल्कि अब तक अमेरिका के दो और यूरोप के सबसे बड़े बैंक क्रेडिट सुईस भी शामिल हो चुका है
क्रेडिट सुइस को यूनियन बैंक ऑफ स्विट्जरलैंड, सिलिकॉन वैली बैंक को फर्स्ट सिटीजन बैंक और सिग्नेचर बैंक को न्यूयॉर्क कम्युनिटी बैंक खरीने वाला है
इसका असर भारतीय बाजार पर भी पड़ रहा है। पिछले एक महीने में भारतीय बाजार 3,043.77 अंकों की गिरावट के साथ 57,628.95 पर चला गया
बाजार गिरता जायेगा तो कंपनिया घाटे से बचने के लिए प्रोडक्ट के प्राइस बढ़ाएगी जिससे महेंगाई और ज्यादा बढ़ेगी.